सरकार अब बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ा बदलाव करने जा रही है। 2025 के अंत तक देशभर में स्मार्ट बिजली मीटर अनिवार्य किए जा रहे हैं। इससे जहां एक ओर बिजली की बचत होगी, वहीं दूसरी ओर आपकी जेब पर असर साफ दिखेगा।
नया मीटर, नया सिस्टम
पुराने एनालॉग मीटरों की जगह अब डिजिटल स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं जो रियल टाइम में बिजली की खपत को मॉनिटर करेंगे। इससे बिल में गड़बड़ी की संभावना खत्म हो जाएगी।
आपकी जेब पर असर
- हर महीने का बिल बढ़ सकता है क्योंकि अब हर यूनिट की खपत ट्रैक होगी।
- हालांकि सब्सिडी वाले उपभोक्ताओं को फायदा मिल सकता है, परंतु रात में AC या गीजर चलाने वालों को झटका लग सकता है।
प्रीपेड सिस्टम की तैयारी
नए मीटर में प्रीपेड फीचर भी जोड़ा जाएगा यानी पहले रिचार्ज करो, फिर बिजली चलाओ। इससे बिजली चोरी पर भी रोक लगेगी।
जानिए किन राज्यों में शुरू हो चुका है
UP, MP, बिहार, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों में बड़ी तेजी से स्मार्ट मीटर इंस्टॉल हो रहे हैं। कुछ जगहों पर बिल को लेकर विरोध भी देखा गया है।
क्या ये आपके लिए फायदे का सौदा है?
अगर आप बिजली का सीमित और स्मार्ट उपयोग करते हैं तो ये मीटर आपके लिए सही है। लेकिन अधिक खपत करने वालों को ज्यादा सावधानी बरतनी होगी।
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निष्कर्ष
सरकार का उद्देश्य बिजली का स्मार्ट मैनेजमेंट है, लेकिन उपभोक्ताओं को इसके लिए तैयार रहना होगा। नए बिजली मीटर से पारदर्शिता बढ़ेगी, लेकिन इसका असर आपकी जेब पर भी पड़ेगा।