भारत में करोड़ों लोग हर दिन UPI (PhonePe, GPay, Paytm) का इस्तेमाल करते हैं — चाहे सब्ज़ी वाले को पैसे देने हों या EMI भरनी हो। लेकिन अब एक ख़बर ने सभी को चिंता में डाल दिया है। कहा जा रहा है कि आने वाले समय में हर UPI ट्रांज़ैक्शन पर चार्ज लिया जाएगा।
क्या है ये नया अपडेट?
सरकार या NPCI की तरफ से अभी तक कोई ऑफिशियल चार्ज लागू नहीं किया गया है, लेकिन कुछ बैंकों ने खास ट्रांज़ैक्शन्स पर प्रोसेसिंग फीस जोड़नी शुरू कर दी है। इसमें P2M (Person to Merchant) ट्रांसफर शामिल हो सकते हैं।
कितना चार्ज लगेगा?
अभी तक जो चर्चा है, उसके मुताबिक अगर एक लिमिट से ज़्यादा UPI ट्रांसफर करते हैं तो 0.5% से 1.1% तक चार्ज लगाया जा सकता है। हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया कि कुछ प्रीपेड वॉलेट के ज़रिए किए गए ट्रांसफर पर ये फीस लागू हो सकती है।
किसे पड़ेगा असर?
जो लोग दिन में कई बार बड़े अमाउंट UPI से भेजते हैं — खासकर व्यापारी, ऑनलाइन शॉपर्स और बिज़नेस करने वाले — उन्हें इस चार्ज से ज़्यादा फर्क पड़ेगा। आम आदमी पर सीधा असर भले कम हो, लेकिन अगर ये नियम लागू हुआ तो धीरे-धीरे सभी को भुगतना पड़ेगा।
क्या करें?
फिलहाल घबराने की ज़रूरत नहीं है। अगर कोई भी चार्ज लागू होता है तो सरकार या बैंक की तरफ से ऑफिशियल नोटिफिकेशन जरूर आएगा। जब तक ऐसा नहीं होता, UPI का इस्तेमाल वैसे ही जारी रखें जैसे पहले करते थे।