2025 में जमीन रजिस्ट्री के नए नियम लागू हो चुके हैं, जो हर buyer और seller को जानना बेहद ज़रूरी है। अगर आपने ध्यान नहीं दिया, तो रजिस्ट्री के वक्त ही आपकी property deal अटक सकती है।
जमीन रजिस्ट्री के नए नियम 2025 में क्या बदलाव हुआ है?
- अब रजिस्ट्री के समय भूमि सत्यापन (land verification)
- खसरा और खतौनी नंबर
- Digital stamp duty
- अब बिना e-mutation के नामांतरण संभव नहीं
क्यों जरूरी है इन नियमों को जानना?
2025 के बाद सरकार ने कई मामलों में जमीन की धोखाधड़ी पाई है, जिसके चलते नए सिस्टम लागू किए गए हैं। अगर आपने पुराने तरीके से जमीन खरीदी या रजिस्ट्री की कोशिश की, तो रजिस्ट्री कैंसिल हो सकती है और पैसे अटक सकते हैं।
💡 सरकारी पोर्टल से चेक करें अपने जिले का रजिस्ट्री अपडेट
राज्य सरकार के भूलेख या भूमि रजिस्ट्री पोर्टल पर जाकर आप जान सकते हैं कि आपके जिले में कौनसे नियम लागू हैं।
जरूरी डॉक्युमेंट्स की लिस्ट (2025 के अनुसार)
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- पुराना रजिस्ट्री पेपर (यदि रीसेल प्रॉपर्टी है)
- खसरा-खतौनी और भूमि नक्शा
- e-Mutation नंबर (अगर mutation हो चुका है)
- बायोमेट्रिक verification मोबाइल से या ऑफिस में
क्या होगा अगर नियमों को ignore किया?
अगर आप इन नियमों को नजरअंदाज़ करते हैं, तो:
- रजिस्ट्री रद्द हो सकती है
- आपकी रकम फंस सकती है
- कानूनी कार्यवाही या नोटिस भी आ सकता है
निष्कर्ष: समझदारी से करें रजिस्ट्री, वरना दिक्कत पक्की!
आज के समय में जमीन खरीदना कोई छोटा फैसला नहीं है। हर नियम को समझकर ही अगला कदम लें, ताकि आपका पैसा, समय और विश्वास – तीनों सुरक्षित रहें।